अनुप्रास अलंकार
परिभाषा =किसी वर्ण की बार -बार आवृति अनुप्रास अलंकार कहलाती है!
उदाहरण = (1) तरुणी' तनुजा' तट' tamal' रघुवर वरदाय!
(2) कलावती 'कालिंदी 'कुमारी 'कोमलता
(3) चरु ' चंद ' की चंचल किरणें!
(4) रघुपति ' राघव ' राजा ' राम!
(5) भूरी-भूरी ' भेद-भाव ' भूमि' से भगोरिया
आदि सभी!
अनुप्रास अलंकार = पांच प्रकार के होते हैं
(1)vratyanupras
(2) chhekanupras
(3) latanupras
(4) antyanupras
(5) srutyanupras
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